
भोपाल में कांग्रेस का महाघेराव: विधानसभा के बाहर गरजेंगे हजारों कार्यकर्ता!
मध्य प्रदेश की राजनीति में गर्मी बढ़ने वाली है! कांग्रेस ने ऐलान किया है कि सोमवार, 10 मार्च को विधानसभा के बाहर जोरदार घेराव किया जाएगा। हजारों कार्यकर्ता भोपाल की सड़कों पर उतरकर सरकार से जवाब मांगेंगे।
क्या है कांग्रेस का प्लान?
कांग्रेस का यह प्रदर्शन केवल शक्ति प्रदर्शन नहीं, बल्कि जनता से जुड़े अहम मुद्दों को सरकार तक पहुंचाने का एक बड़ा अभियान है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के नेतृत्व में यह विरोध प्रदर्शन किया जाएगा, जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार भी शामिल होंगे।
क्या मांग रही है कांग्रेस?
- चुनावी वादों का हिसाब – कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा सरकार लाड़ली बहना योजना, युवाओं को नौकरी, किसानों के लिए राहत जैसे वादे पूरे नहीं कर रही।
- जातिगत जनगणना की मांग – कांग्रेस का कहना है कि समाज के हर वर्ग को न्याय दिलाने के लिए जातिगत जनगणना जरूरी है।
- बढ़ता भ्रष्टाचार और अपराध – प्रदेश में अपराध, दलितों पर अत्याचार और भ्रष्टाचार बढ़ा है, कांग्रेस इसे विधानसभा में बड़ा मुद्दा बनाने जा रही है।

भोपाल बनेगा हॉटस्पॉट
इस महाघेराव को देखते हुए भोपाल पुलिस पूरी तरह अलर्ट मोड पर आ गई है। विधानसभा के आसपास 1,500 से ज्यादा सुरक्षाकर्मी तैनात किए जाएंगे। प्रदर्शनकारियों को जवाहर चौक पर ही रोकने की कोशिश होगी, लेकिन कांग्रेस ने ऐलान किया है कि वे हर हाल में विधानसभा तक पहुंचेंगे।
सोमवार को भोपाल में क्या होगा?
सुबह से ही हजारों कार्यकर्ता सड़कों पर उतरेंगे।
रैली जवाहर चौक से शुरू होकर रंगमहल चौराहा और रोशनपुरा होते हुए विधानसभा की तरफ बढ़ेगी।
कांग्रेस नेता सरकार के खिलाफ जबरदस्त भाषण देंगे और जनता के मुद्दों को उठाएंगे।
सरकार की टेंशन बढ़ी!
भाजपा सरकार को इस प्रदर्शन से काफी परेशानी हो सकती है, क्योंकि अगर कांग्रेस के मुद्दे जनता तक सही तरीके से पहुंचे तो सरकार को बचाव में आना पड़ सकता है। यह महाघेराव 2025 के बजट सत्र के पहले ही दिन भाजपा के लिए सिरदर्द बन सकता है।