
64 साल बाद बना संयोग , जुमे की नमाज और होली एक दिन
इस साल 14 मार्च 2025 को एक दिलचस्प संयोग बन रहा है: होली का त्योहार और रमज़ान का दूसरा जुमा (शुक्रवार) एक ही दिन पड़ रहे हैं। यह दुर्लभ घटना हमारे देश की गंगा-जमुनी तहज़ीब का प्रतीक है।
क्या है खास?
होली: रंगों का त्योहार, जो बुराई पर अच्छाई की जीत और आपसी भाईचारे का संदेश देता है।
रमज़ान का जुमा: इस्लाम में रमज़ान के महीने का शुक्रवार विशेष महत्व रखता है, जब मुसलमान विशेष नमाज़ अदा करते हैं।
समय में बदलाव:
लखनऊ के शाही इमाम मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने इस विशेष अवसर को ध्यान में रखते हुए एक सलाह जारी की है। आमतौर पर जुमे की नमाज़ दोपहर 12:30 बजे से 1:00 बजे के बीच पढ़ी जाती है, लेकिन 14 मार्च को होली के कारण इसे दोपहर 2:00 बजे करने की सलाह दी गई है। इसका उद्देश्य यह है कि होली मनाने वाले और नमाज़ अदा करने वाले दोनों समुदायों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। (ndtv.in)
आपसी सम्मान और सौहार्द:
यह बदलाव हमारे समाज में आपसी सम्मान और सौहार्द को बढ़ावा देने का एक उत्कृष्ट उदाहरण है। दोनों समुदायों के लोग एक-दूसरे की भावनाओं का सम्मान करते हुए अपने-अपने त्योहारों को शांति और खुशी के साथ मना सकेंगे।
