
“मालव लोक कला केंद्र की अनोखी पहल: युवाओं को सिखाएंगे भित्ति चित्र और मालवी गीत”
मालव लोक कला केंद्र ने युवाओं को पारंपरिक कला से जोड़ने के लिए एक विशेष सात दिवसीय कार्यशाला शुरू की है। इस कार्यशाला में प्रतिभागियों को मालवा की समृद्ध संस्कृति का हिस्सा बनने का अवसर मिलेगा।ज्जैन में युवाओं को लोक कला से जोड़ने के उद्देश्य से शहर में इन दिनों मालवा के भित्ती चित्रों एवं गायन प्रशिक्षण हेतु सात दिवसीय प्रशिक्षण शिविर मालव लोक कला केंद्र पर आयोजित किया गया है। उन्हें भित्ति चित्र बनाने की तकनीकें सिखाई जाएंगी, जिससे वे पारंपरिक मालवी शैली में दीवारों पर खूबसूरत चित्र बना सकें। इसके साथ ही, उन्हें मालवी गीतों का अभ्यास भी कराया जाएगा, जिससे वे इस क्षेत्र के लोक संगीत की गहराई को समझ सकें।
इस कार्यशाला का उद्देश्य नई पीढ़ी को अपनी जड़ों से जोड़ना और लोक कला को संरक्षित रखना है। पारंपरिक चित्रकला और संगीत के माध्यम से युवा अपनी संस्कृति को करीब से जान सकेंगे और अपनी कला को निखारने का मौका पाएंगे। यह पहल न केवल मालवा की लोक धरोहर को संजोने में मदद करेगी, बल्कि युवाओं को अपनी पहचान और सांस्कृतिक विरासत पर गर्व महसूस करने का अवसर भी देगी