जमीन से कहां निकली शंकर-पार्वती की प्रतिमा, ग्रामीणों ने माना आस्था का केंद्र
शमशाबाद। कहा जाता है धरती में कई प्रकार के रहस्य छुपे है जिनकी थाह कोई नही ले सका कंही धरती में गढ़ा धन निकलने की खबर सुनी है तो कहीं कुछ और निकलने की बाते सामने आती है वही शमशाबाद तहसील मुख्यालय के 15 किलोमीटर दूर स्तिथ ग्राम पंचायत बरखेड़ा जागीर के मजरा टोला गेंदाबर्री के किसान मांगीलाल बंजारा के खेत के टापू में शिव पार्वती जी की मूर्ति खेत मे निकली। जिसे ग्रामीणों का आस्था का केंद्र बन गया है।
गेंदाबर्री के ग्रामीणों ने बताया कि तीन दिन पहले शनिवार को ग्रामीण बामनी बाई अपनी भैंस के पीछे भागते हुए जा रही थी तभी उसको अचानक खेत में ठोकर लगी उसने देखा की ठोकर मुझे किस चीज की लगी है तो एक पत्थर दिख रहा था हाथ से मिट्टी हटाई तो देखा मूर्ति है बाद में ग्रामीणों को बताया तब सभी ने आकर उसको खोदा तो देखा कि शिव पार्वती जी की मूर्ति थी , ग्रामीणों ने उस मूर्ति को बाहर निकाल कर साफ करके पूजन करके फूल चढ़ाएं , मूर्ति एक ही सफेद पत्थर पर बनी हुई है शिव पार्वती की मूर्ति में एक हाथ मे त्रिशूल है तो दूसरे हाथ मे नाग लिपटा है वहीं चरणों मे दो बंदर बने हैं भगवान शिव पार्वती के गले मे हार की नक्काशी बनी है मूर्ति बड़ी मनमोहक लग रही है। मूर्ति को देखकर प्रतीत होता है कि यह काफी प्राचीन है। खेत मे मूर्ति निकलने की खबर सुनकर आसपास के श्रद्धालु बड़ी संख्या में पहुँच कर पूजा अर्चना भजन कीर्तन कर रहे हैं। वही ग्राम सरपंच प्रतिनिधि ने बताया कि शिव पार्वती की मूर्ति निकलने से आसपास बताया के श्रद्धालु पहुँच रहे हैं यह जगह जंगल से लगी हुई है हो सकता है यहाँ वर्षों पहले कोई गाँव हो मूर्ति की नक्काशी के हिसाब से यह प्राचीन काफी दुर्लभ लग रही है।