दमोह: बटियागढ़ ब्लाॅक अन्तर्गत ग्राम खड़ेरी में बने शहीद स्मारक के साथ आसामाजिक तत्वों ने तोड़फोड़ कर दी। घटना की जानकारी लगते ही केरबना चौकी प्रभारी एस आर रिछारिया अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया साथ ही उच्चाधिकारियों के लिए उक्त घटना से अवगत कराया।
शहीद मेजर गोरेलाल अहिरवार से आखिर कौन वाकिफ नहीं है। जो अंबिकापुर बलरामपुर में पदस्थ थे जिनका विगत 10 अगस्त 2019 को परेड रिहर्सल के दौरान आस्मिक निधन हो गया था। जहां उनके पार्थिव शरीर को उन्हें उनके गृह ग्राम खड़ेरी में गार्ड ऑफ ऑनर के साथ अंतिम विदाई दी गई थी। शहीद मेजर गोरेलाल अहिरवार जी के शहीद होने पर परिवारजन बेहद स्तब्ध थे। उनके तीन लड़के भी है। रामकिशोर, जगदीश और रघुवीर अहिरवार जिन्होंने अपने शहीद पिता को सदियों तक याद किए जाने व को लेकर इक तरीब निकाली की क्यों ना हम अपने पिता जी की याद में गांव में एक शहीद स्मारक का निर्माण करें और क्या हुआ फिर शहीद गोरेलाल अहिरवार के तीनों बेटे ने स्मारक के निर्माण कार्य कराने में लग गए। स्मारक बन कर तैयार भी हो गया जिसमें उन्होंने अपने पिता शहीद गोरेलाल अहिरवारओ की जीवंत आदमकद प्रतिमा शहीद स्मारक के रूप में गांव के ही मुख्य मार्ग पर स्थापित की जिसका विगत 6 माह पूर्व 26 जनवरी 2020 को ही अनावरण शहीद मेजर गोरेलाल जी के स्मारक अनावरण में पहुंचे साथ रहे सीआरपीएफ के जवानों एवं स्थानीय विधायक प्रतिनिधि गोविंद सिंह परिहार, पथरिया की पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष कृष्ण सिंह, राव व्रजेंद्र सिंह ग्रामीण एवं अन्य जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में संपन्न हुआ था।
लेकिन आज स्थानीय ग्रामीणों से यह सूचना प्राप्त हुई कि शहीद स्मारक पर किसी ने तोड़फोड़ कर दी है। जिसके बाद शहीद गोरेलाल अहिरवार के परिजन मौके पर पहुंचे। घटना की जानकारी तुरंत ही केरबना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल पर जानकारी ली एवं पंचनामा तैयार कर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज करअज्ञात आरोपियों की तलाश में जुट गई वहीं बताया गया कि वॉलीबॉल खेलने के लिए लगाए पाएगी अज्ञात आरोपियों द्वारा ग्रेंडर मशीन से काट लिए गए हालांकि पुलिस ने मामला जांच में लेकरअज्ञात आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।
✍️पथरिया से राजेन्द्र ठाकुर