
महोबा : खुद दवा खाकर डीएम ने शुरू किया फाइलेरिया मुक्ति अभियान
लोगों से की फाइलेरिया रोधी दवा खाने की अपील
8.71 लाख आबादी को दवा खिलाने में जुटीं 818 टीमें
महोबा। फाइलेरिया एक मच्छर जनित बीमारी है जो मच्छर के काटने से होती है। फाइलेरिया (फीलपांव) की बीमारी हो जाने से लोग उसे हीन भावना से देखने लगते हैं। कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी मनोज कुमार सिंह ने खुद फाइलेरिया रोधी दवा खाकर फाइलेरिया मुक्ति अभियान की शुरुआत की। उन्होंने लोगों से फाइलेरिया से मुक्ति के लिए दवा खाने की अपील की। डीएम ने कहा कि फाइलेरिया रोग से अपंगता की स्थिति हो जाती है। इससे बचने के लिए यह दवा सभी को खानी चाहिए। दवा खाना ही मात्र इस रोग का एक बचाव है। सीएमओ डा. एमके सिन्हा ने बताया कि फाइलेरिया मुक्ति अभियान 17 दिसंबर तक चलेगा। स्वास्थ्य टीम घर-घर जाकर लोगों को फाइलेरिया रोधी दवा डीईसी, एल्बेंडाजोल खिलाएगी। इस अभियान में लोगों को दवा देकर टीम नहीं आएगी, बल्कि अपने सामने ही दवा खिलाएगी। जिला मलेरिया अधिकारी आरपी निरंजन ने बताया कि फाइलेरिया से संक्रमित व्यक्ति सामान्य व्यक्ति की तरह ही दिखता है। किसी भी व्यक्ति को संक्रमण के बाद बीमारी का पता लगने में पांच से 15 वर्ष तक लग सकता है। इसलिए अभियान के दौरान मुफ्त में दी जाने वाली फाइलेरिया रोधी दवा जरूर खाएं। दो वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती और गंभीर रूप से बीमार लोगों को दवा नहीं दी जायेगी। उन्होंने बताया कि जनपद में 8.71 लाख की आबादी को यह दवा खिलाई जाएगी। इसके लिए 818 टीमें लगी हुई हैं। 136 सुपरवाइजर इसकी निगरानी करेंगे। डीएमओ ने बताया कि जिले में इस समय 604 फाइलेरिया के रोगी हैं। इस अवसर पर एसीएमओ डा. विनोद चौहान, डा. योगेंद्र सिंह, पाथ संस्था के डा. इल्हम जैदी, पीसीआई के जिला समन्वयक रतन सिंह, राम ज्ञान, जयंत कुमार, डा. डीपी सिंह, शिव कुमार, आईसीडीएस की शहरी क्षेत्र की सीडीपीओ यासमीन जहां सहित स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित रहे।
फाइलेरिया मरीज बरतें यह सावधानी: जिला मलेरिया अधिकारी आरपी निरंजन ने बताया कि फाइलेरिया के मरीज को सामान्य पानी से नहाना चाहिए। बिस्तर को पैर की तरफ छह इंच ऊंचा रखना चाहिए। पैर को रगड़ कर साफ करने से परहेज करना चाहिए। पैरों को बराबर रख कर आरामदेह मुद्रा में बैठना चाहिए। पट्टे वाला ढीला चप्पल पहनने के साथ सूजन वाली जगह को हमेशा चोट से बचाना चाहिए। फाइलेरिया से बचाव के लिए जनपद में 17 दिसंबर तक अभियान चल रहा है। इस दौरान स्वास्थ्य टीमें घर-घर जाकर एक-एक व्यक्ति को फाइलेरिया की दवा खिलाएंगी।
भरत त्रिपाठी, महोबा