
मशीनों से हो रहा काम, बनाई जा रही फर्जी मस्टररोल, अधिकारी क्यों नहीं दे रहे ध्यान
पथरिया । पथरिया क्षेत्र के कई ग्रामीण अंचलों में मनरेगा में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार किया जा रहा है हालात यह है कि मशीनों से काम कराया जा रहा है और फर्जी मस्टररोल बनाए जा रहे हैं इस मामले में शिकायत करने के बाद भी अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं जिससे सरकारी पैसों का दुरुपयोग लगातार जारी है। इसी तरह का एक मामला एक बार फिर सामने आया है। ग्राम पंचायत मनरेगा मजदूरों को काम नहीं दे रही। काम की तलाश में मजदूर शहरों की ओर पलायन कर रहे हैं और पंचायत मनरेगा मजदूरों के हिस्से का काम जेसीबी मशीन से करवा रही है। मामला पथरिया जनपद की सतपारा ग्राम पंचायत का है। पंचायत के इस कारनामे की शिकायत जनपद से लेकर जिला पंचायत तक पहुंची हैं, लेकिन जिम्मेदारों के कानों पर जूं नहीं रेंगी। पथरिया जनपद की सतपारा ग्राम पंचायत बनखंण्डन माता के पास सांजों के नाला किनारे एक चेक डैम बनवा रही है। इस चेक डैम की पार व गहराई की खुदाई का काम मनरेगा मजदूरों से करवाया जाना था, लेकिन पंचायत के कर्ताधर्ताओं ने जेसीबी मशीन लगाकर चेक डैम की खुदाई से लेकर उसकी पार बनाने काम किया जा रहा है है। ऐसा भी नहीं है कि उक्त पंचायत में मनरेगा मजदूर नहीं हों। पंचायत के रिकार्ड अनुसार सतपारा पंचायत में 270 से ज्यादा जॉबकार्डधारी मजदूर हैं, जिन्हें मनरेगा मजदूरी मिलनी है। पंचायत काम नहीं दे रही इसलिए दर्जनों मजदूर काम की तलाश में पथरिया विधानसभा के सतपारा पलायन कर चुके हैं कुछ मजदूरों का कहना है कि पंचायत मैं कोई भी कार्य हम मजदूरों को नहीं मिलता चाहे वह कोई भी कार्य हो जबकि जेसीबी मालिक को खुदाई का हजारों रुपये का भुगतान रोज नगद किया जा रहा है।
जिला पंचायत सीईओ अजय श्रीवास्तव से की गई तो उन्होंने कहा कि जांच करवाते हैं
अजय श्रीवास्तव जिला पंचायत सीईओ
मनरेगा एपीओ बृजेंद्र सिंह राजपूत से की गई तो उन्होंने कहा कि आपके कहने से क्या होता है मैं खुद आकर निराकरण करूंगा मैं अभी छुट्टी पर हूं और शादी में आया हूं
बृजेंद्र सिंह राजपूत मनरेगा अधिकारी
उपयंत्री से बात की गई तो उन्होंने कोई फोन ही नहीं उठाया
रामभरत कटारे उपयंत्री
जनपद सीईओ आशीष अग्रवाल को कई बार कॉल करने के बाद भी उन्होंने फोन नहीं उठाया
आशीष अग्रवाल सीईओ