समूह कर रहा व्यवस्थाओ के अभाव में संचालन
मोहन्द्रा- सरकार द्वारा गायों के संरक्षण के लिए लाखो खर्च कर गौशाला का निर्माण कराया गया और गौ शाला संचालन हेतु नीति भी तैयार की गई। जिसमें गौशाला हेतु शेड, ट्यूबेल, चारागाह, बायोगैस प्लांट आदि व्यवस्था निर्धारित तय की गई। गौशाला प्रोजेक्ट के अनुसार इनका जिम्मा ग्राम पंचायत स्व सहायता समूह राज्य गौ संवर्धन बोर्ड से संबंधित संस्थाएं एवं जिला द्वारा चयनित गौ शाला के क्रियान्वयन के लिए निर्धारित की गई। लेकिन जिले में चल रहे गौशाला की मॉनिटरिंग व्यवस्थित ढंग से नही की जा रही।
ऐसा ही मामला मोहन्द्रा में संचालित गौशाला का सामने आया है।
जहां जिला प्रशासन द्वारा निर्धारित जय मां जोगनी समूह द्वारा पिछले तीन माह से गौ शाला की देखरेख की जा रही है। समूह में कार्यरत 11 महिलाएं गौशाला की व्यवस्था में लगी हुई है। पानी से लेकर चारा की व्यवस्था और साफ सफाई का जिम्मा इसी समूह के द्वारा निरन्तर किया जा रहा। समूह में कार्यरत गरीब महिलाएं 3 माह से जैसे तैसे व्यवस्था बनाकर गौशाला का संचालन करती चली आ रही है, लेकिन इतने दिनों के बीत जाने के बाद भी जिला प्रशासन द्वारा प्रबंधन के नाम पर इस समूह को कोई भी राशि आवंटित नहीं की गई। वर्तमान समय समूह में कार्यरत महिलाओं की स्थिति दयनीय है। समूह द्वारा पंचायत से लेकर जनपद तक के अधिकारियों को सूचना दी गई, लेकिन कहीं कोई सुनवाई नहीं हुई।
महिलाओं द्वारा कहा गया कि पैसे के अभाव में सैकड़ा की तादात में गायों की खाने पीने की व्यवस्था कैसे कर सकते हैं। समूह की महिलाओं का यह भी कहना है कि पैसो के अभाव में गौशाला में अगर चारा पानी की व्यवस्था शीघ्र नहीं हुई तो गायों को भी मुसीबत का सामना करना पड़ सकता है।
इनका कहना है:
गौशाला प्रबंधन के लिए राशि क्यों प्रेषित नहीं की गई इसकी जानकारी लेकर जल्द अवगत कराता हूं- प्रसन्न चक्रवर्ती, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत पवई
