जिला पंचायत क्षेत्र पारौन से सावित्री हरगोविन्द कुशवाहा को बसपा ने बनाया उम्मीदवार
ललितपुर। बहुजन समाज पार्टी ने जिला पंचायत क्षेत्र के आखिरी वार्ड संख्या 21 पारौन से लम्बे समय तक सत्तादल में रहकर लगनशीलता से कार्य करने वाले वरिष्ठ नेताओं में शुमार हरगोविन्द कुशवाहा कल्लन की पत्नी सावित्री कुशवाहा को समर्थित प्रत्याशी बनाया है। हालांकि इस सीट से सत्तादल का समीकरण अब पूरी तरह से बिगड़ता नजर आ रहा है। गौरतलब है कि विगत दो से तीन वर्षों के समय लम्बे समय से पारौन व इससे जुड़े दर्जनों ग्रामीण अंचलों में दिन-रात एक करते हुये लोगों की सेवा में जुटे हरगोविन्द कुशवाहा कल्लन जो कि सत्तादल के लिए समर्पित सिपाही कहे जाते थे, ने सत्तादल में पारौन जिला पंचायत क्षेत्र से अधिकृत प्रत्याशी बनाये जाने के लिए आवेदन किया था। लेकिन उनकी वर्षों की मेहनत और जनता की सेवा को दरकिनार करते हुये सत्तादल ने उन्हें अपना समर्थन नहीं दिया। जिसके बाद सत्तादल के समीकरण बिगाडऩे के लिए बहुजन समाज पार्टी के जिलाध्यक्ष इंजी.दीपक कुमार अहिरवार ने हरगोविन्द कुशवाहा कल्लन की धर्मपत्नी सावित्री कुशवाहा को पारौन जिला पंचायत के वार्ड संख्या 21 से अधिकृत प्रत्याशी के रूप में घोषित कर दिया। पारौन सीट से हरगोविन्द कुशवाहा को सत्तादल यदि समर्थन देती तो यह सीट सत्तादल के पक्ष में जाने से इंकार नहीं किया जा सकता था, लेकिन हरगोविन्द कुशवाहा की पत्नी सावित्री कुशवाहा को बसपा से पारौन सीट के लिए अधिकृत प्रत्याशी बनाये जाने से अब सत्तादल के समीकरण बिगड़ते नजर आ रहे हैं। गौरतलब है कि मंगलवार को सत्तादल ने ललितपुर जिला पंचायत के सभी 21 वार्डों के लिए प्रत्याशियों की घोषणा कर दी। घोषणा होते ही जनपद में चर्चाओं का बाजार गर्म हो उठा। जहां एक ओर भाजपा के प्रदेश की सत्ता में बैठते ही बुन्देलखण्ड की एक बड़ी नेता के करीबी होने के कारण दूसरी पार्टी को छोड़कर सत्तादल में शामिल हुये जिले के सिरमोर के जिला पंचायत चुनाव लडऩे पर खूब सुर्खियां बटोर रहा है तो वहीं दूसरी ओर पारौन क्षेत्र में वर्षों तक जनता की सेवा करते हुये सत्तादल का झण्झा ऊंचा करने वाले समर्थित व्यक्ति को सत्तादल द्वारा समर्थन न दिये जाने का मामला भी खूब चर्चाओं में है। अब देखना होगा कि भाजपा से चर्चित हुयी इन सीटों से कौन विजयश्री को प्राप्त करता है?
