गरौठा- प्रदेश में 25 दिसंबर 2020 को ग्रामीण पंचायत के प्रधानों एवं सदस्यों का कार्यकाल समाप्त हो चुका है। साल 2021 में होने वाले ग्राम पंचायत के चुनावों को लेकर सरगर्मियां तेज हो चुकी है। प्रधान बीडीसी और जिला पंचायत एवं सदस्यों के चुनाव के दावेदारों ने अभी से ताकत लगा रखी है। आने वाले चुनाव को लेकर ग्रामीण क्षेत्र की चौपालों एवं गलियों में दिनोंदिन चर्चाओं का बाजार गर्म हो चुका है। गांव के नुक्कड़ और चौपालों में बैठकें सजने लगी है। दावेदार मतदाताओं के सुख दुख में भागीदार होकर उनकी सेवा में जुट गए हैं। जिसके घर में जितने वोट उसकी उतनी सेवा की जा रही है। प्रधानी पद के दावेदार अभी से मतदाताओं को रिझाने का प्रयास कर रहे हैं। किसी को लोहिया आवास तो किसी को पेंशन दिलाने का वादा किया जा रहा है।
भले ही अभी सीट आरक्षण लागू नहीं हुआ लेकिन प्रधान पद के दावेदार एवं सदस्य पद के दावेदारों के अंदर चुनाव लड़ने की ललक पैदा हो गयी है। संभावित प्रत्याशी अपने-अपने क्षेत्र के मतदाताओं को लुभाने में जुट गए हैं। वही राम राम एवं सलाम दुआ का सिलसिला बढ़ चुका है
